ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से मशहूर प्रियंका गुप्ता। जिन्होंने बीएचयू से ग्रेजुएशन करने के बाद कही कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी की लेकिन कही भी सेलेक्शन नही हुआ इसके बाद इन्होंने अपना बिज़नेस शुरू करने का डिसाइड किया और फिर पटना वुमन्स कॉलेज के बाहर ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से चाय का स्टॉल लगा। अपने काम के दम पर प्रियंका आज सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। तो आईये दोस्तो आज की इस पोस्ट में हम इनकी सक्सेस स्टोरी को डिटेल्स में देखते है।
प्रियंका गुप्ता - बिहार के पूर्णिया के बनमनखी की रहने वाली प्रियंका गुप्ता 3 भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। इन्होंने साल 2019 में वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन की और उसके बाद कई सालों तक कॉम्पिटिशन एग्जाम के लिए तैयारी की। लेकिन ये सफल नहीं हो पाई।
स्टार्टअप स्टोरी - कॉम्पिटिशन एग्जाम में सलेक्ट नही होने पर इन्होंने अपना खुद का बिज़नेस शुरू करने का सोचा और बिज़नेस आईडिया से रिलेटेड यूट्यूब पर वीडिओज़ देखने लगी तभी इन्हें MBA Chai Wallah की वीडियो दिखी। जिसे देखने के बाद यह काफी ज्यादा मोटिवेट हो जाती है और खुद भी चाय का स्टॉल लगाने का डिसाइड करती है। इसके बाद ये अपने परिवार वालों से बैंक में पीओ की नौकरी की तैयारी के लिए बोलकर पटना आ जाती है। पटना आने के बाद चाय का स्टॉल लगाने की प्लानिंग तथा उसका रिसर्च करना शुरू कर देती है 2 महीने बाद फाइनली ये फैसला लेती है कि वह पटना के महिला कॉलेज के सामने अपना पहला स्टॉल लगाएगी।
हर बिज़नेस को शुरू करने के लिए इन्वेस्टमेंट की जरूरत होती है लेकिन प्रियंका के पास अपने बिज़नेस को शुरू करने के लिए पैसे नही थे ऐसे में ये प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के लिए अप्लाई करती है लेकिन इनका फॉर्म रिजेक्ट हो जाता है। इसके बाद ये अपने फ्रेंड से 30000 रुपये उधार लेती है और इससे चाय का स्टोल और चाय बनाने के सामान को खरीद कर पटना वुमेन्स कॉलेज के बाहर ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से अपने स्टार्टअप की शुरुआत करती है।
प्रियंका गुप्ता की सफतला - इन्होंने 30000 के इन्वेस्टमेंट के साथ अपने इस चाय बिज़नेस की शुरुआत की आज ये हर रोज 500 से ज्यादा कप चाय सेल करती है और हर मंथ लगभग 1.5 लाख से ज्यादा का प्रॉफिट कमाती है। आज फिर 4 मंथ में ही इन्होंने अपना दूसरा स्टोल भी खोल लिया है। हालही ही में विजय देवरकोंडा अपनी नई फिल्म के प्रमोशन के लिए पटना आये हुए थे तब उन्होंने इनके स्टोल को विजिट भी किया था।