दोस्तों में आप से प्रशन पूछूं की आप को एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बनने के लिए MBA, IIT, IIM से पासआउट होना जरूरी है तो आप का क्या उत्तर होगा। अगर आप का उत्तर हा है तो आप बिलकुल गलत सोच रहे हो क्योंकि में आज आपके सामने लेकर आया हु एक एसे यंग एंटरप्रेन्योर की सक्सेस स्टोरी जिसने सिर्फ 16 साल की ऐज में अपने पिता जी से 6 लाख रुपये लोन लेकर GK Cafe नाम से रेस्टोरेंट बिज़नेस को शुरू किया और आज अपने इस बिज़नेस से सिर्फ 15 महीने में 60 लाख के रेवेन्यू को जनरेट कर चुके है। तो आइए दोस्तों इस पोस्ट में हम इनकी स्टोरी को डिटेल्स में देखते है।
स्टार्टअप स्टोरी - दरसल ये स्टार्टअप स्टोरी है रतलाम मध्यप्रदेश के रहने वाले अर्थव चौधरी की। ये एक बिज़नेस फैमिली से तलूक (belong) करते है। बचपन से ही ये अपने पिता जी की उनके बिज़नेस में हेल्प किया करते थे और यही से अर्थव ने भी अपनी लाइफ में बिजनेस का डिसाइड कर लिया था। जब अर्थव ने अपने पिता जी से कहा कि मुझे आपना बिज़नेस करना शुरू करना है तो इनके पिताजी ने इन्हें 3000 रुपये दिए और बोला इसे अपना बिज़नेस शुरू करो। इन 3000 से अर्थव ने रिसेलिंग बिज़नेस को शुरू किया और इस बिज़नेस से 15000 से 20000 का प्रोफिट कमाये इस पैसों से अर्थव ने अपने पिताजी को मोबाइल फोन गिफ्ट किया। अब इनके पिताजी जी भी समझ गए थे कि अर्थव बिज़नेस को कर सकता है। तब ही अर्थव के 10th का रिजल्ट आया और इनके फैमेली ने इनसे पूछा अब आप को आगे क्या करना है तो अर्थव का माइंड एक दम क्लियर था कि मुझे तो बस बिज़नेस करना है।
कैसे शुरू किया बिज़नेस - अर्थव ने ये तो डिसाइड कर लिया कि इन्हें बिज़नेस ही करना है लेकिन किस चीज का करना है ये इन्हें क्लियर नही था। उस टाइम लॉकडाउन चल रहा था तो ये अपने घर पर कुकिंग किया करते थे और तब ही इन्हें आईडिया आया कि क्यों नही कुकिंग से रिलेटेड बिज़नेस शुरू किया जाए। इस पर अर्थव ने रिसर्ज किया तो इन्हें ये चीज रियलाइज हुई कि इनकी सिटी में एसा कोई रेस्टोरेंट या कैफे नही है जहाँ अच्छा खाना मिलता हो और जहाँ जाकर कोई पर्सन अच्छा टाइम स्पेंड कर सके बस यही से अर्थव ने अपना रेस्टोरेंट बिज़नेस शुरू करने का डिसाइड कर लिया और अपने इस आईडिया को अपने बड़े भाई और पिताजी के साथ शेयर किया इनके परिवार से भी इन्हें पूरा स्पोर्ट मिला। अर्थव ने अपने पिताजी से 6 लाख रुपये लोन पर लेकर इन्होंने अपने बिज़नेस की शुरुआत की
इन्होंने अपनी सिटी में एक पेंट के खाली पड़े गोडाउन को रेंट पर लिया और इसमें इनटीरिअल का काम किया और इसे एक कैफ़े जैसा बना कर तैयार किया और यहाँ से GK Cafe नाम से अपने स्टार्टअप की शुरुआत की। cafe शुरु होने के कुछ टाइम बाद इनके परिवार वालो ने इन्हें CLAT की तैयारी के लिए इंदौर भेज दिया लेकिन यहाँ इनका मन नही लग रहा था इस लिए ये अपनी पढ़ाई छोड़कर वापस घर आ गए और फुल टाइम अपने Cafe को देने लगे। आज इन्हें इस बिज़नेस को शुरू किए लगभग 15 महीने होने आए ह ओर ये अपने इस बिज़नेस से अभी तो 60 लाख कमा चुके है।
Tags:
business
business model
case study
entrepreneur
entrepreneur story
in hindi
startup india
startup news
Startup Story
success story