CODE Effort Pvt. Ltd. Success Story | सिगरेट रिसाइकिल कर बना रहे कही प्रोडक्ट्स | Naman Gupta | indian startup | business idea in hindi

अक्सर लोग सिगरेट पीकर उसका फिल्टर जमीन पर या फिर डस्टबिन में फेंक देते है क्या आप जानते है की ये फिल्टर हमारे एन्वार्मेंट के लिए हानिकारक होता है। करीब 5 सेंटीमीटर की सिगरेट फिल्टर  में 50 से ज्यादा ऐसे केमिकल होते हैं, जो मिट्टी को बर्बाद कर सकते हैं। इतने से टुकड़े को अपने-आप खत्म होने में 12 साल लग जाते हैं। लेकिन 29 साल के नमन गुप्ता इसकी रिसाइकिलिंग पर काम करते है और इसे खिलौने, नर्म तकिए, खाद, कागज जैसी कही चीजे बना रहे है। साल 2018 में इन्होने नोएडा में अपने इस स्टार्टअप की शुरूआत की थी और आज इनका बिज़नेस मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, यूपी, कर्नाटक सहित कई राज्यों में 250 जिलों तक फैल चुका है।

बिजनेस आइडिया कैसे मिला साल 2018 की बात है नमन कॉलेज में थे। तब इनके कई दोस्त सिगरेट पिया करते और फिल्टर को कभी जमीन पर फेंक देते। एक दिन अचानक इनके दिमाग में खयाल आया कि सिगरेट के इन फिल्टर्स को कैसे बनाया जाता है इसे फेकने के बाद इसका क्या होता है? इन सब चीजो को जानने के लिए इन्होने रिसर्च की तो पता चला की सिगरेट फिल्टर असल में सेलुलोज एसिटेट होता है। ये एक तरह का फाइबर है, जो गलने में 10 से 12 साल का वक्त लेता है। इतने वक्त में वो मिट्टी को बर्बाद कर देता है। हमारे देश में इसे रिसाइकिल करने का कोई जरिया नहीं।
इन्होने अपनी रिसर्च में अपने बड़े भाई विपुल गुप्ता की मदद ली, जो साइंस बैकग्राउंड से हैं। रिसर्ज कम्पलीट होने के बाद इन्होने इस तरह की मशीनें तैयार करवाईं जो सिगरेट बट को 100% तक रीसाइकिल कर सके। मशीनरी तैयार होने के बाद 4-5 महीनों के ट्रायल के बाद हमने सिगरेट वेस्ट मैनेजमेंट पर कंपनी अपनी कंपनी बनाने का डिसाइड किया और इसे नाम दिया- कोड एफर्ट प्राइवेट लिमिटेड।
बिज़नेस शुरू करने के लिए इनके सामने सबसे बड़ा चैलेंज भी यही रहा कि ये सिगरेट बट कहां से और कैसे कलेक्ट करें। क्योंकि भारत में हर दिन 10 हजार करोड़ से ज्यादा सिगरेट बट की खपत होती है। लोग दुकानों पर, सार्वजनिक जगहों पर, चलते-फिरते रास्ते में कहीं भी सिगरेट पीकर फेंक देते हैं। इसलिए इन्होने सबसे ज्यादा मेहनत वेस्ट कलेक्ट करने को लेकर किया।

तीन तरीके से कलेक्ट करते हैं वेस्ट -
1. ये कबाड़ उठानेवालो या ऐसे लोगों की मदद लेते हैं, जिनके पास काम नही होता। वे लोग जगह-जगह से फिल्टर जमा करते और इन तक पहुंचाते हैं। इसके लिए ये उन्हें प्रति किलो के हिसाब से पैसे भी देते हैं।
2. ये कंपनियों, कॉर्पोरेट्स और पानठेलों तक डस्टबिन पहुंचाते हैं। जिसमें लोग सिगरेट वेस्ट फेंक सकें। डस्टबिन भर जाने पर हमारी टीम के सदस्य उसे ले आते हैं।
3. सबसे कामयाब मॉडल सप्लायर एग्रीमेंट है। इसके जरिए छोटा बिजनेस करने की इच्छा रखने वाले हमसे जुड़ सकते हैं। वे हम तक सिगरेट वेस्ट पहुंचाएंगे और बदले में उन्हें अच्छा इंसेंटिव मिलेगा।
इस तरह से हर रोज इनके पास हजार किलो से ज्यादा सिगरेट बड्स जमा होते हैं।

सिगरेट में तीन तरह के वेस्ट होते हैं - 
  • सिगरेट पीने के बाद बचा हुआ तंबाकू
  • सिगरेट पर लिपटा हुआ कागज
  • सिगरेट का फिल्टर
सिगरेट पीने के बाद बचा हुआ तंबाकूबट में बची हुई तंबाकू के लिए इन्होने कारखाने में गड्ढा तैयार करवा रखा है। तंबाकू को यहां डालकर उसमें बैक्टीरिया और फंगल मिलाकर 28 दिन के लिए छोड़ देते हैं। इतने दिनों में तंबाकू शानदार खाद बन जाता है इस खाद को ये नर्सरी में दान कर देते हैं।
सिगरेट पर लिपटा हुआ कागज - सिगरेट पर लिपटे हुए कागज को फेंकने की बजाय ये इससे कई चीजें बना रहे हैं, जैसे कागज और लिफाफे। अभी - अभी इन्होने एक नया काम किया जिसमे ये पेपर तैयार करते हुए लुगदी में गेंदे और तुलसी के बीज डाल देते हैं। इससे होगा ये कि पेपर यूज करने के बाद उसे फेंकने की बजाय गमले में डाल दें तो तुलसी का पौधा या गेंदे के फूल खिल आएंगे।
सिगरेट का फिल्टर - ये सबसे खतरनाक वेस्ट प्रोडक्ट है। कॉटन की तरह दिखने वाली ये चीज सेलुलोज एसिटेट की होती है। इसके लिए इन्होने कारखाने में रिसाइकिल मशीन लगा रखी है। इस प्रक्रिया से गुजरा हुआ फिल्टर रूई की तरह नर्म हो जाता है। फिर इसे दोबारा ट्रीट किया जाता है ताकि किसी किस्म का केमिकल या गंदगी न रह जाए। इसके बाद इससे सॉफ्ट टॉयज, तकिया जैसी चीजें बनाई जाती हैं।

1 हजार लोगों को रोजगार दे रहा ये स्टार्टअप - इन्होने अपने काम में उन महिलाओं को जोड़े हुआ हैं जो घर से बाहर निकलकर काम नहीं कर पाती। नमन और उनकी टीम इन महिलाओं को ट्रेनिंग देते हैं और फिर सारे प्रोडक्ट दे देते हैं ताकि वे घर बैठे ही काम कर सकें। अभी करीब 100 महिलाओं को वे रोजगार मुहैया करा रहे हैं, जिन्हें प्रति प्रोडक्ट भुगतान होता है। 

सिगरेट बट से बने बाय प्रोडक्ट को ये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, डिस्ट्रीब्यूटर और सेल्समैन के जरिए बेचते हैं। इसके अलावा कॉर्पोरेट से बल्क ऑर्डर लेकर भी इन प्रोडक्ट्स की डिलीवरी करते हैं। इसके साथ लगभग 1000 से ज्यादा लोग इनके साथ जुड़ कर रोजगार प्राप्त कर रहे है 

आप कैसे शुरू करे -  सिगरेट बट की रिसाइकिलिंग के लिए 8 से 10 लाख रुपए का कैपिटल इनवेस्टमेंट चाहिए। इससे कुछ मशीनें खरीदी जाएंगी। इसके अलावा कई खर्च हैं, जो इसपर तय होते हैं कि आप किस लेवल पर बिजनेस करने वाले हैं। मसलन स्टाफ की सैलरी, फैक्ट्री की जमीन का किराया जो महीने के महीने लगेंगे।

इसके अलावा अगर आप फ्रेंचाइजी मॉडल पर काम कर सकते हैं तो हमारे या वेस्ट मैनेजमेंट का काम कर रहे दूसरे लोगों के साथ भी जुड़ सकते हैं।





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