तमिलनाडु स्थित मिल्की मिस्ट डेयरी 100% दुध से अपने प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी है। यह दूध से कही तरीके के प्रोडक्ट्स को बनाती है जैसे लस्सी, दही, पनीर, मक्खन, घी, फ्रोजन पिज्जा, मिष्टी दोई, खोवा, क्रीम, श्रीखंड, मिल्कशेक, गुलाब जामुन। इस ब्रांड की स्थापना सतीश कुमार ने 1997 में की थी। वह सिर्फ 16 साल का था जब इन्होने स्कूल छोड़ दिया और अपने पिता के दूध वितरण (distribution) बिसनेस को संभाल लिया। चूंकि बिसनेस घाटे में चल रहा था, इसलिए उन्होंने इसे विकसित (grow) करने और अपने परिवार का समर्थन (support) करने का फैसला किया। शुरुआत में इन्होने एक पनीर ब्रांड के रूप में मिल्की मिस्ट डेयरी की शुरुआत की थी जो रेस्तरां और होटलों में पनीर को बेचा करते थे। और धीरे धीरे इन्होने कही और प्रोडक्ट्स को भी लॉन्च किए।
अपने प्रोडक्ट्स को सेल करने के लिए इनके पास 1.5 लाख आउटलेट्स का रिटेल नेटवर्क है साथ ही साथ इन्होने हाल ही में एक ई-कॉमर्स ऐप लॉन्च किया है, जो कोच्चि और चेन्नई में डिलीवरी कर रहा है। इनका ये ब्रांड दूध को खरीद कर इसे प्रोसेस करके लगभग 20 प्रकार के प्रोडक्ट्स को तैयार कर के सेल करता है। दूध खरीद के लिए, उनके पास तमिलनाडु के 8 जिलों में 60,000 किसान सदस्य है जिनसे ये दूध को खरीदते है। राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इनकी प्रोसेसिंग यूनिट पर प्रतिदिन लगभग 1.5 मिलियन लीटर दूध का प्रोसेस किया जाता है।
मिल्की मिस्ट डेयरी में एशिया का सबसे बड़ा पनीर निर्माण संयंत्र (manufacturing plant) है। इनका कारखाना पूरी तरह से स्थायी ऊर्जा (sustainable energy) पर चलता है जिसमें पवन और सौर ऊर्जा फार्म मौजूद हैं। मिल्की मिस्ट ने कोचीन में एक लाइव पार्लर भी शुरू किया है जहां ग्राहक इनके प्रोडक्ट्स को युस कर सकते है और फिर उन्हें खरीद सकते हैं। चूंकि इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, इसलिए उन्होंने शहर में और अधिक लाइव पार्लर खोलने की योजना बनाई है।
मिल्की मिस्ट डेयरी ने वित्त वर्ष 2021 में 928 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित (generated a revenue) किया। साथ ही इन्होने 149.6 मिलियन की फंडिंग भी हासिल कि है। यह धन का उपयोग भारतीय और विश्व स्तर पर आपूर्ति को बढ़ाने और विस्तारित करने के लिए करेगा। यह डेयरी और खाद्य उत्पाद श्रेणी में मार्केट लीडर बनना चाहता है।